इस लेख में जाने ।
नपुंसकता क्यों हो जाती है ।नपुंसकता होने के क्या क्या कारण है। नपुंसकता को कैसे जड़ से मिटाया जा सकता है ।खोया हुआ पुरुषत्व कैसे पुनः प्राप्त किया जा सकता है क्या नपुंसकता एक बीमारी है। क्या नपुंसकता एक भूल है । नपुंसकता के कारण वैवाहिक संबंध टूट जाते हैं। शादियां टूट जाती हैं। परिवार बिखर जाते हैं।इन सब की पूरी जानकारी इस लेख में है।
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नपुंसकताImpotency kaise mitaen और नामर्दी क्या है।
नपुंसकता में आदमी की जननेंद्रिय काम नहीं करती हैं। जनन अंग शिथिल पड़ जाते हैं। जननांगों की नसे सिकुड़ जाती हैं। शरीर में खून का संचरण रुक जाता है। आदमी स्त्री के साथ संसर्ग नहीं कर सकता है । संसर्ग करने के लिए जननेंद्रिय का इरेक्ट होना, खड़ा होना, जरूरी है। जब जननेंद्रिय इरेक्ट नहीं होगी तो आदमी कापुलेशन, मेटिंग ,संसर्ग, संभोग, नहीं कर पाएगा। आदमी बच्चे नहीं पैदा कर सकता है। इसी को नपुंसकता नामर्दी कहते हैं।
नपुंसकता Impotency kaise mitaenके कारण
नपुंसकता होने के कई कारण होते हैं जैसे गलत खानपान, अत्यधिक दवाइयों का प्रयोग, नशीले पदार्थों का सेवन, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर ,ब्लड का कैंसर, तंत्रिका तंत्र के रोग आदि।
गलत खानपान
शरीर को जान लो। भोजन को पहचान लो। सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्त हो जाओगे। यह एक कहावत है।
जब आदमी अपने शरीर को नहीं जानता है ।और कैसे भोजन करना चाहिए। कब भोजन करना चाहिए। कौन सी चीजें खाना चाहिए ।कौन सी चीजें नहीं खाना चाहिए इनमें जब गलती करता है। तो शरीर के जननांग या जनन अंग शिथिल पड़ जाते हैं। और आदमी नपुंसकता को उपलब्ध हो जाता है।
जब पुरुष के प्राइवेट पार्ट में पर्याप्त तनाव का न होना या पर्याप्त तनाव के आने के बाद भी सही तरीके से सहवास न कर पाने को नपुंसकता कहा जाता है। आजकल नपुंसकता या इंपोटेंसी की वजह इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी कहा जाता है।
पुरुष का सेक्स चक्र
पुरुष के सेक्स चक्र में चार चरण होते हैं। कामेच्छा, इंद्रियों में पर्याप्त तनाव, स्त्री जननांग में प्रवेश और चरम सीमा ।कई बार कामेच्छा की कमी ,तो कई बार नर्वस सिस्टम के गड़बड़ी की वजह से उत्तेजना में कमी आ सकती है।65 – 70 साल की उम्र के बाद कई बार पुरुष हार्मोन की कमी से यह समस्या उठ खड़ी होती है ।
शुगर नपुंसकता का एक बड़ा कारण है।
डायबिटीज के मरीजों के सेक्स चक्र में कामेच्छा और चरम/ स्खलन अवस्था तो नॉर्मल ही बनी रहती है। पर प्राइवेट पार्ट में तनाव में अक्सर कमी आ जाती है। ऐसे मरीजों को शुगर कंट्रोल में करनी चाहिए। ताकि समस्या ज्यादा ना बड़े,अगर शुगर कंट्रोल में होने के बाद भी तनाव में कोई कमी बनी रहती है। तो ऐसी अवस्था में जड़ी बूटियों का सेवन करना चाहिए। आयुर्वेद में अनेक जड़ी बूटियां है। जो नपुंसकता को जड़ से खत्म कर देती हैं।
जनन तंत्र|reproductive system|
आदमी के शरीर में कई प्रकार के तंत्र काम करते हैं। और कई प्रकार के पंप काम करते हैं ।जैसे सोडियम पोटैशियम पंप, हृदय पंपिंग स्टेशन का काम करता है।
सभी प्राणियों में अपने समान नए प्राणी को जन्म देने की क्षमता होती है ।लेकिन अगर वह गलत खानपान, गलत रहन सहन में पड़ जाता है। तो वह यह क्षमता खो देता है। इसी को नपुंसकता और इनफर्टिलिटी भी कहते हैं।
नपुंसकता दूर करने के उपाय
हस्तमैथुन|masterbation
आदमी एक ऐसा प्राणी है जिसको समझ 7 वर्ष की अवस्था में आ जाती है। और उसके जननांग 14 वर्ष की उम्र में सक्रिय हो जाते हैं। आदमी के प्राइवेट पार्ट में तनाव आने लगता है ।और उसके पास कोई उपाय ना होने पर ,वह हाथ के द्वारा ही सेक्स करने लगता है। अर्थात अपने मन में ही सेक्स कर लेता है। और बहुत सारी ऊर्जाओं को नष्ट कर देता है। शरीर में ऊर्जाओं की कमी हो जाती है। तो जनन अंग शिथिल हो जाते हैं। फिर वह 25 -30 वर्ष की अवस्था में शादी करता है ।तो उसका वैवाहिक जीवन नष्ट हो जाता है। उसका परिवार बिखर जाता है। इसलिए ऊर्जाओं को संग्रहित करने पर ध्यान देना चाहिए। हस्तमैथुन मास्टरबेशन से बचना चाहिए।
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन|use of Herb|
अंग्रेजी चिकित्सा पद्धति में जननांग और जनन तंत्र को ठीक करने के लिए कोई सही उपचार नहीं है। इसलिए आयुर्वेद में जननांग जनन तंत्र को जड़ से ठीक करने के उपाय हैं। आयुर्वेद से नपुंसकता जड़ से चली जाती है। नपुंसकता दूर करने के लिए हम एक वीडियो का लिंक दे रहे हैं। उसको देखें।
निष्कर्ष
नपुंसकता नामर्दी एक ऐसी समस्या है ।जो परिवारिक जीवन को नष्ट कर देती है। परिवार टूट जाते हैं। स्त्री पुरुष अलग हो जाते हैं ।अगर आपको कोई समस्या है। तो इसका पूरा निदान आयुर्वेद में है। आप आयुर्वेदिक उपचार करें। और आपके जननांग ,प्राइवेट पार्ट में तनाव, कामेच्छा, सब कुछ ठीक हो जाएगा।